जसवंत सिंह कँवल वाक्य
उच्चारण: [ jesvent sinh kenvel ]
उदाहरण वाक्य
- पंजाबी लघुकथा का साहित्यिक रूप चाहे 1944 में जसवंत सिंह कँवल की पुस्तक ‘जीवन कणीयाँ ' और फिर 1956 में बिशन सिंह उपासक की पुस्तक ‘चोभाँ' में देखने को मिलता है, परन्तु यह रचनाएँ किसी विशेष नाम से प्रकाशित नहीं हुई।